Aankhein Shayari

आंखे ही बना देती है फ़साना

 किसिका आंखे ही बना देती है दीवाना

किसिका आंखे ही हसती है,

आंखे ही रुलाती है.. "आंखे ही बसा देती है घराना कीसिका.."






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